शब्द का अर्थ
|
अतिरंजन :
|
पुं० [सं० अति√रञ्जू (राग) +ल्युट्-अन] [भू० कृ० अतिरंजित] कोई बात बहुत अधिक बढा-चढ़ा कर कहने की क्रिया या भाव। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
अतिरंजना :
|
स्त्री० [सं० अति√रञ्जू णिच् +युच्-अन-टाप]=अतिरंजन। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |