शब्द का अर्थ
			 | 
		
					
				| 
					क्षुद					 :
				 | 
				
					पुं० [सं०√क्षुद्र+क] १. आटा। २. मैदा।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					क्षुद्र					 :
				 | 
				
					वि० [सं०√क्षुद्+रक्] १. (व्यक्ति) जो निम्न श्रेणी अथवा निम्न या हीन विचारों का हो। अधम। नीच। पापी। २. क्रूर। ३. कंजूस। ४. निर्धन। ५. (वस्तु) जिसका महत्त्व या मान कुछ भी न हो। ६. छोटा। ७. थोड़ा। कम। पुं० १. शूद्र। २. चावल का कण।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					क्षुद्रक					 :
				 | 
				
					पुं० [सं० क्षुद्र+क] पंजाब के अन्तर्गत एक प्राचीन देश। वि०=क्षुद्र।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					क्षुद्र-ग्रह					 :
				 | 
				
					पुं० [कर्म० स०] ज्योतिष में उन छोटे-छोटे और अनामी ग्रहों में से कोई (और हर एक) जो मंगल और बृहस्पति ग्रह के बीच में पड़ते और वहीं से सूर्य की परिक्रमा करते हैं। (एस्टिटॉयड)				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					क्षुद्र-घंटिका					 :
				 | 
				
					स्त्री० [कर्म० स०] १. पुराने जमाने में पहनी जानेवाली घुँघरूदार करधनी। २. घुँघरू।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					क्षुद्र-चंदन					 :
				 | 
				
					पुं० [कर्म० स०] लाल चन्दन।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					क्षुद्र-जंतु					 :
				 | 
				
					पुं० [कर्म० स०] बहुत ही छोटा या सूक्ष्म जंतु। कीड़े-मकोड़े आदि।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					क्षुद्रता					 :
				 | 
				
					स्त्री० [सं० क्षुद्र+तल्—टाप्] १. क्षुद्र होने की अवस्था या भाव। २. ओछापन। ३. तुच्छता। ४. नीचता।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					क्षुद्र-तुलसी					 :
				 | 
				
					स्त्री० [कर्म० स०] एक प्रकार की छोटी तुलसी।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					क्षुद्र-धान्य					 :
				 | 
				
					पुं० [कर्म० स०] कंगनी, कोदों आदि कुधान्य।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					क्षुद्र-पति					 :
				 | 
				
					पुं० [कर्म० स०] कुबेर।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					क्षुद्र-पत्रा					 :
				 | 
				
					स्त्री० [ब० स०] नोनी का साग। अमलोनी।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					क्षुद्र-पत्री					 :
				 | 
				
					स्त्री० [ब० स०] बच।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					क्षुद्र-प्रकृति					 :
				 | 
				
					वि० [ब० स०] १. दूषित या नीच प्रकृतिवाला। २. ओछा।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					क्षुद्र-फला					 :
				 | 
				
					स्त्री० [ब० स०] १. जामुन। २. इंद्रायण।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					क्षुद्र-बुद्धि					 :
				 | 
				
					वि० [व० स०] १. छोटी य तुच्छ बुद्धिवाला। २. मूर्ख।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					क्षुद्रम					 :
				 | 
				
					पुं० [सं० क्षुद्र√मा (मापना)+क] छः माशे की एक छोटी तौल। छदाम।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					क्षुद्र-मुस्ता					 :
				 | 
				
					स्त्री० [कर्म० स०] कसेरू।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					क्षुद्र-रोग					 :
				 | 
				
					पुं० [कर्म० स०] छोटे रोग। जैसे—झाईं, फुंसी, मुहाँसा आदि। छोटे-मोटे रोग। (वैद्यक)				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					क्षुद्रल					 :
				 | 
				
					वि० [सं० क्षुद्र+लच्] बहुत ही छोटा या तुच्छ। परम हीन।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					क्षुद्र-श्वास					 :
				 | 
				
					पुं० [कर्म० स०] बहुत ही छोटे-छोटे साँस लेने का रोग, जो प्रायः भोजन की अधिकता, परिश्रम की कमी, दिन में सोने आदि के कारण होता है। (सुश्रुत)				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					क्षुद्रहा					 :
				 | 
				
					पुं० [सं० क्षुद्र√हन् (मारना)+क्विप्] शिव का एक नाम।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					क्षुद्रांजन					 :
				 | 
				
					पुं० [सं० क्षुद्र-अंजन, कर्म० स०] आँवले आदि के योग से बनाया हुआ एक प्रकार का अंजन। (सुश्रुत)				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					क्षुद्रांत्र					 :
				 | 
				
					पुं० [सं० क्षुद्र-अत्र, कर्म० स०] हृदय के पास की एक छोटी नाड़ी।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					क्षुद्रा					 :
				 | 
				
					स्त्री [सं० क्षुद्र०+टाप्] १. बहुत ही निम्न या हीन विचारों वाली स्त्री। २. कुलटा। ३. वेश्या। ४. लोनी साग। ५. जटामासी। 6 भटकटैया। ७. सरधा नामक मधुमक्खी। ८. हिचकी। ९. एक प्रकार की छोटी नाव। १॰. कौड़ियाला। कौड़िल्ला।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					क्षुद्रात्मा (त्मन्)					 :
				 | 
				
					पुं० [सं० क्षुद्र-आत्मन्, ब० स०] क्षुद्र या हीन विचारोंवाला व्यक्ति।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					क्षुद्रावली					 :
				 | 
				
					स्त्री० [सं० क्षुद्र-आबली, कर्म० स०]=क्षुद्र-घटिका।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					क्षुद्राशय					 :
				 | 
				
					वि० [सं० क्षुद्र-आशय, ब० स०] तुच्छ या नीच प्रकृतिवाला। कमीना। नीच।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					क्षुद्रिका					 :
				 | 
				
					स्त्री० [सं० क्षुद्र+कन्—टाप्, इत्त्व] छोटी घंटी।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 |