शब्द का अर्थ
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गद्दी :
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स्त्री० [हिं० गद्दा का स्त्री० अल्पा०रूप] १.वह छोटा गद्दा जो ऊँट, घोड़े आदि की पीठ पर जीन के नीचे बिछाया जाता है। २. वह छोटा गद्दा जिस पर बैठते या लेटते हैं। ३. वह स्थान जहाँ पर गद्दी आदि बिछाकर बैठकर कोई काम या व्यवसाय किया जाए। जैसे–कोठीवाल या महाजन की गद्दी। ४. किसी स्थान पर बैठने अथवा किसी पद को सुशोभित करने की अवस्था या भाव। जैसे–(क) राजा की गद्दी। (ख) बाप-दादा की गद्दी। ५. किसी राजवंश की पीढी या आचार्य को शिष्य-परम्परा। जैसे–(क) चार गद्दी के बाद इस वंश में कोई नही रहेगा। (ख) यह अमुख गुरू की चौथी गद्दी है। ६. कपड़े आदि की कई परतों की वह मुलायम तह जो किसी चीज के ऊपर या नीचे उसे आघात, झटके आदि से बचाने के लिए रखी जाती है। ७. हाथ या पैर की हथेली। मुहावरा–गद्दी लगाना=घोड़े की हथेली या कुहनी से मलना। ८. एक प्रकार का मिट्टी का गोल बर्तन जिसमें छीपी रंग रखकर छपाई का काम करते है। पुं० [सं० गब्दिक] १. चंबा के पास का एक पहाड़ी प्रदेश। २. उक्त प्रदेश के निवासी जो प्रायः भेड़-बकरियाँ पालकर जीविका चलाते हैं। ३. गड़ेरिया। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
गद्दीनशीन :
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वि० [हिं० गद्दी+फा० नशीन] [भाव० गद्दीनशीनी] १. जो राजगद्दी पर बैठा हो। २. जो किसी की गद्दी पर आकर बैठा हो अर्थात् उत्तराधिकारी। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |