शब्द का अर्थ
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गीध :
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पुं० [सं० गृध्र] १. गिद्ध नामक प्रसिद्ध मांसाहारी पक्षी। गिद्ध। २. लाक्षणिक अर्थ में बहुत ही चतुर और लालची या लोभी व्यक्ति। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
गीधना :
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अ० [सं० गृघ्र=लुब्ध] १. गिद्ध की तरह किसी काम, चीज या बात के पीछे पड़ना। २. बहुत ही बुरी तरह से लोभ करना। उदाहरण–करि अभिमान विषय रस गीध्यो, स्याम सरन नहिं आयो।–सूर। ३. एक बार कोई अनुकूल बात होते देखकर या कुछ लाभ उठाकर बराबर उसकी ताक में लगे रहना। परचना। उदाहरण–बीघें मोसों आन के गीधे गीधहिं तारि।–बिहारी। ४. किसी से बहुत मेल-जोल रखना। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |