शब्द का अर्थ
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					चकवँड़					 :
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					पुं० [सं० चक्रमर्द] एक प्रकार का जंगली बरसाती पौधा जिसकी पत्तियाँ, डंठल या तने की ओर नुकीली और सिरे की ओर गोलाई लिये हुए चौड़ी होती हैं। पमार। पवाड़। पुं० [सं० चक्र] मिट्टी का वह छोटा पात्र जिसमें से थोड़ा-थोड़ा हाथ से जल निकालकर चक्क पर चढ़े हुए पात्र को कुम्हार गीला तथा चिकना करता है।				 | 
			 
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			 
			
				 
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