शब्द का अर्थ
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					चूँ					 :
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					स्त्री० [अनु०] १. छोटी चिड़िय़ों या उनके बच्चों के बोलने का शब्द। २. आपत्ति, विरोध आदि के रूप में डरते या सहमते हुए कही जानेवाली कोई छोटी या हलकी बात। जैसे–वहाँ उसने चूँ तक नहीं की, सब रुपए चुपचाप चुका दिए। मुहावरा–चूँ चिरा करना=आपत्ति या विरोध में डरते या सहमते हुए कुछ कहना। अ० [फा०] किस कारण से। क्यों। पद-चूँकि (देखें)।				 | 
			
			
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					चूँकि					 :
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					अव्य० [फा०] कारण यह है कि। क्योंकि।				 | 
			
			
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					चूँच					 :
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					स्त्री०=चोंच।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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					चूँची					 :
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					स्त्री०=चूची।				 | 
			
			
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					चूँचूँ					 :
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					स्त्री० [अनु०] १. छोटी चिड़ियों या उनके बच्चों के बोलने का शब्द। २. विरोध में धीरे से कही हुई कोई बात। पुं० एक प्रकार का खिलौना जिसे दबाने से चूँ चूँ शब्द निकलता है।				 | 
			
			
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					चूँटना					 :
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					स० [हिं० चुटकी या चुटकना] तोड़ने या दबाने के लिए चुटकी से पकड़ना। उदाहरण–मन लुटिगो लोटनि चढ़त ऊँचे फूल।–बिहारी।				 | 
			
			
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					चूँदरी					 :
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					स्त्री०=चुनरी।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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					चूँदी					 :
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					स्त्री०=चुंदी।				 | 
			
			
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