शब्द का अर्थ
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ढरनि :
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स्त्री० [हिं० ढरना] १. ढलने या ढरने की क्रिया या भाव। ढाल। २. बार-बार इधर-उधर प्रवृत्त होने अथवा हिलने-डुलने की क्रिया या भाव। ३. किसी पर अनुरक्त या किसी ओर प्रवृत्त होने की अवस्था, क्रिया या भाव। ४. किसी की दीन-हीन दशा पर मन के द्रवित होने की अवस्था या भाव। ५. नीचे की ओर गिरने या पतित होने की क्रिया या भाव। पतन। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
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