शब्द का अर्थ
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तकाव :
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पुं० [हिं० तकना+आव (प्रत्य०)] तकने या ताकने की क्रिया ढंग या भाव। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
तकावी :
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स्त्री० [अ०] वह धन जो जमीदार, राजा या सरकार की ओर से गरीब खेतिहरों को खेती के औजार बनवाने, बीज खरीदने या कुएँ आदि बनवाने के लिए अथवा किसी विशिष्ट संकट से पार पाने के लिए ऋण के रूप में दिया जाता है। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
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