शब्द का अर्थ खोजें

शब्द का अर्थ

तौलना  : स० [सं० तोलना] १. कांटे, तराजू बटखरे आदि की सहायता से यह पता लगाना कि अमुक वस्तु का गुरुत्व या बार कितना है। जोखनी। २. कोई चीज हाथ में लेकर या हाथ से उठाकर यह अनुमान करना कि यह तौल भार या वजन में कितनी होगी। संयो, क्रि०–डालना।–देना।–लेना। ३. अस्त्र-शस्त्र आदि चलाने के समय, उसे हाथ में लेकर ऐसी मुद्रा या स्थिति में लाना कि वह ठीक तरह से अपने लक्ष्य पर पहुँचकर पूरा काम कर दिखलावे साधना। जैसे–डंडा या तलवार तौलना। ४. दो या अधिक वस्तुओं के गुण, मान आदि की परम्परा तुलना करके उनके महत्त्व आदि का विचार करना। तारतम्य जानना। मिलान करना। ५. किसी बात की ठीक, महत्व, मान, स्वरूप आदि जानने के लिए अथवा किसी व्यक्ति के मन की थाह लेने के लिए उसकी सब बातों व्यवहारों आदि को अच्छी तरह देखते हुए उसके सम्बन्ध में मन में अनुभव या कल्पना करना। जैसे–किसी का मन (या किसी को) तौलना। (या तौलकर देकना) ६. गाड़ी के पहिए के छेद में इसलिए तेल डालना कि वह बिना रगड़ खाये सहज में घूमता रहे। औंगना।
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
 
लौटें            मुख पृष्ठ