शब्द का अर्थ
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निरूह :
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पुं० [सं० निर्√ऊह (वितर्क)+घञ्] १. वस्ति का एक भेद। २. तर्क। ३. निश्चय ४. पूर्ण वाक्य। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
निरूहण :
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पुं० [सं० निर् ऊह+ल्युट्–अन] १. वस्ति का प्रयोग। २. तर्क करना। ३. निश्चय करना। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
निरूह-वस्ति :
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स्त्री० [सं० मयू० स०] निरूढ़वस्ति। (दे०) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |