शब्द का अर्थ
|
परिभव :
|
पुं० [सं० परि√भू (होना)+अप्] अनादर। अपमान। तिरस्कार। उदा०—चिर परिभव से श्रेष्ठ है मरण।—पंत। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
परिभवनीय :
|
वि० [सं० परि√भू+अनीयर्] १. जो अनादर या अपमान का पात्र हो। २. जिसकी पराजय निश्चित-प्राय हो। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
परिभवी (विन्) :
|
वि० [सं० पर√भू+इनि] दूसरों का अनादर या अपमान करनेवाला। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
परिभव :
|
पुं० [सं० परि√भू (होना)+अप्] अनादर। अपमान। तिरस्कार। उदा०—चिर परिभव से श्रेष्ठ है मरण।—पंत। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
परिभवनीय :
|
वि० [सं० परि√भू+अनीयर्] १. जो अनादर या अपमान का पात्र हो। २. जिसकी पराजय निश्चित-प्राय हो। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
परिभवी (विन्) :
|
वि० [सं० पर√भू+इनि] दूसरों का अनादर या अपमान करनेवाला। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |