शब्द का अर्थ
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लोक-नाट्य :
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पुं० [सं० मध्य० स०] शास्त्रीय नियमों से बननेवाले नाटकों से भिन्न वे नाटक या अभिनय जो जन-साधारण बिना नाट्य-कला सीखे अपनी उद्भावना से बनाते और जन-साधारण को दिखलाते हैं। जैसे—कठपुतली का नाच, नौटंकी रामलीला आदि। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
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