शब्द का अर्थ
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स्तंभन :
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पुं० [सं०] [भू० कृ० स्तंभित] १. रोकने की क्रिया या भाव। रुकावट। अवरोध। २. वीर्य आदि को स्खलित होने या मल को पेट से बाहर निकलने से रोकना। ३.वीर्यपात रोकने की दवा। ४. जड़ या निश्चेष्ट करना। जड़ीकरण। ५. किसी की चेष्टा, क्रिया या शक्ति रोकने वाला तांत्रिक प्रयोग। ६.काम देव के पाँचों बाणों में से एक। ७. गिरने से रोकने के लिए लगाया जानेवाला सहारा। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
स्तंभनी :
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स्त्री० [सं०] एक प्रकार का इंद्र जाल या जादू, जिससे लोगों को स्तंभित वा जड़ कर दिया जाता था। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
स्तंभनीय :
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वि० [सं०] जिसका स्तंभन हो सके या होने को हो। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |