शब्द का अर्थ
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अकांड :
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वि० [सं० न० ब०] १. (वृक्ष) जिसमें कांड या शाखाएँ न हों। शाखाओं से रहित (वृक्ष)। २. अचानक या असमय में होने वाला। क्रि० वि० [सं० न० त०] अचानक। सहसा। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
अकांड-तांडव :
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पुं० [सं० त०] बहुत ही छोटी बात को बहुत बढ़ाकर उसके संबंध में व्यर्थ की जाने वाली उछल-कूद और हो-हल्ला। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |