शब्द का अर्थ
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अगिन :
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स्त्री० [सं० अग्नि) १. आग। अग्नि। (विशेष दे० अग्नि)]। २. चंडूल की जाति का एक तरह का पक्षी। अगिया। ३. अगिया नामक घास। वि० =(हिं० अ+गिनना) जो गिना ना जा सके। संख्या में बहुत अधिक। स्त्री०[सं० अगांरिका) ईख का ऊपरी भाग।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
अगिन-गोला :
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पुं० [सं० अग्नि+हिं० गोला] १. वह गोला जिसके फटने से आग लग जाती है। २. एक प्रकार का फूल और उसका पौधा। |
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समानार्थी शब्द-
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अगिन-झाल :
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पुं० दे० 'जलपिप्पली'। |
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अगिनत :
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वि० =अनगिनत। |
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समानार्थी शब्द-
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अगिन-बाव :
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पुं० [हिं० अगिन√बाव=वायु] चौपायों विशेष कर घोड़ों को होनेवाला एक रोग। |
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अगिन-बोट :
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पुं० [सं० अग्नि+अं० बोट) भाप से चलने वाली एक प्रकार की बहुत बड़ी नाव (स्टीमर)। |
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अगिनित :
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वि०=अगणित।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) |
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