शब्द का अर्थ
|
अग्नि-मथ् :
|
पुं० [सं० अग्नि√ मन्थ्+क्विप्] १. यज्ञ में वह व्यक्ति जो रगड़ से अग्नि उत्पन्न करता था। २. यज्ञ के लिए रगड़ से अग्नि उत्पन्न करते समय पढ़ा जाने वाला मंत्र। ३. अरणी नामक वृक्ष की लकड़ी जिसकी रगड़ से अग्नि उत्पन्न की जाती थी। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
|