शब्द का अर्थ
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अघोर :
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वि० [सं० न० त०] जो घोर या भयानक न हो। २. [न० ब०] घोर से भी बहुत अधिक और बुरा। अत्यन्त घोर। पुं० १. शिव का एक रूप। २. इस रूप का उपासक एक पंथ या संप्रदाय। दे० ‘अघोरपंथ'। |
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समानार्थी शब्द-
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अघोर-नाथ :
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पुं० [ष० त०] शिव। |
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अघोर-पंथ :
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पुं० [सं० अघोरपथ] शिव का उपासक एक संप्रदाय जो मद्य-मांस आदि का भी सेवन करता है। |
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अघोरपंथी :
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पुं० [हिं० अघोर पंथ] अघोरपंथ का अनुयायी। औघड़। |
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अघोरा :
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स्त्री० [सं० अघोर+अच्, टाप्) भाद्रकृष्ण चतुर्दशी। |
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अघोरी :
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पुं० [सं० अघोर+हिं० ई (प्रत्य)] अघोर-पंथ का अनुयायी। औघड़। वि० घृणित वस्तुओं का सेवन करने वाला। |
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