शब्द का अर्थ
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अतुल्य :
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वि [सं० न० त] १. जो तुल्य न हो। असमान। २. जिसकी तुलना या उपमा न हो सके। (इन्कम्पेरेबुल) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
अतुल्य-योगिता :
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स्त्री० [सं० अतुल्य-योग, कर्म० स०, अतुल्ययोग+इनि, ततः तल् टाप्] तुल्य-योगिता काव्यालंकार का एक भेद जिसमें उपमेय और उपमान के कई सामान गुणों या धर्मों के रहते हुए भी किसी एक गुण या धर्म में असमानता या विरोध होने का वर्णन होता है। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
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