शब्द का अर्थ
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अन्यारा :
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वि० [हिं० अ=नहीं+न्यारा] १. जो न्यारा या अलग न हो। मिला हुआ। २. अनोखा। विलक्षण। वि० [स्त्री० अन्यारी०] दे० ‘अनियारा’।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है)क्रि० वि० [१] बहुत। अधिक। उदाहरण— बढ़े बंस जग मँह अन्यारा। छत्र धर्मपुर को रखवारा। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
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