शब्द का अर्थ
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अपकृत :
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भू० कृ० [सं० अप√कृ (करना)+क्त] जिसका अपकार हुआ हो। ‘उपकृत’ का उल्टा। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
अपकृति :
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स्त्री० [सं० अप√कृ+क्तिन्] १.=अपकीर्ति। २.=अपकार। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
अपकृत्य :
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पुं० [सं० प्रा० स०] १. अनुचित या बुरा काम। २. अपकार। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
अपकृत-आश्रित-श्लेष :
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पुं० [कर्म० स०] श्लेष शब्दालंकार का एक भेद जिसमें प्रस्तुत और अप्रस्तुत दोनों में श्लेष होता है। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |