शब्द का अर्थ
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अप्रकृत :
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वि० [सं० न० त०] १. जो प्रकृत या स्वाभाविक न हो। (अनुनैचुरल) २. जो ठीक या वास्तविक न हो। ३. गढ़ा या बनाया हुआ। ४. नकली। ५. आनुषंगिक या गौण। अप्रधान। ६. आकस्मिक। ७. दे० ‘अप्रसम’।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
अप्रकृति :
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स्त्री० [सं० न० त०] १. प्रकृति का अभाव। २. सांख्य में वह जो कार्य-कारण से परे हो अर्थात् पुरुष (प्रकृति से भिन्न) ३. आत्मा। वि० [न० ब०] जो प्रकृति या स्वभाव से भिन्न या विपरीत हो। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
अप्रकृतिस्थ :
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वि० [सं० प्रकृति√स्था (ठहरना)+क, न० त०] १. जो प्राकृतिक, प्रसम या सामान्य स्थिति में न हो। २. अस्वस्थ। ३. विकल। व्याकुल। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |