शब्द का अर्थ
|
अभियोग :
|
पुं० [सं० अभि√युज्+घञ्] १. कोई काम पूरा करने के लिए मन लगाकर प्रयत्न करना। २. किसी काम या बात में होनेवाला मनोयोग। लगन। ३. आक्रमण। चढ़ाई। ४. किसी पर दोष लगाना या दोषारोपण करना। ५. किसी के अपराध आदि का विचारार्थ न्यायालय में उपस्थित किया जाना। दंड दिलाने के लिए की जाने वाली फरियाद। (एक्यूजेशन) ६. दे० अभियोजन। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
अभियोग-पत्र :
|
पुं० [ष० त०] वह पत्र जिसमें किसी अभियोग का उल्लेख और उसकी जाँच की प्रार्थना या अनुरोध हो। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
अभियोगी (गिन्) :
|
वि० [सं० अभि√युज्+णिनुण्] किसी काम या बात में अनुरक्त होने या मन लगानेवाला। पुं० वह जिसने किसी पर विचारार्थ कोई दोष लगाया या अभियोग उपस्थित किया हो। मुकदमा चलानेवाला व्यक्ति। अभियोक्ता। फरियादी। (कॉम्प्लेनेन्ट) |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |