शब्द का अर्थ
|
अभ्यर्थन :
|
पुं० [सं० अभि√अर्थ् (याचना)+ल्युट्-अन] १. अपनी आवश्यकता, अधिकार या स्वत्व जतलाते हुए किसी से कुछ माँगना या किसी काम के लिए जोर देकर कहना। माँग। (डिमांड) २. किसी से अपना प्राप्य धन या पदार्थ माँगना। ३. दे० ‘अभ्यर्थना’। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
अभ्यर्थना :
|
स्त्री० [सं० अभि√अर्थ (याचना)+णिच्+युच्-अन-टाप्] [वि० अभ्यर्थनीय, अभ्यर्थित] १. किसी के सम्मुख दीनता तथा विनयपूर्वक की जानेवाली प्रार्थना। २. आगे बढ़कर लेने योग्य। स्वागत करने योग्य। ३. (विषय) जिसके लिए अभ्यर्थन (या माँग) की जा सके या की जाने को हो। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |