शब्द का अर्थ
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अयुक्त :
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वि० [सं०√युज् (जोड़ना)+क्त, न० त०] [भाव० अयुक्ति] १. (पशु) जो जोता न गया हो। २. जो किसी से युक्त न हो। नि मिला हुआ, अर्थात् अलग या पृथक। ३. जो संबंध के विचार से ठीक न हो। असंबंद्ध। जो युक्ति संगत न हो। ४. जो प्रयोग या व्यवहार में न लाया गया हो। ५. अधार्मिक। ६. अनमना। अन्यमनस्क। ७. अविवाहित। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
अयुक्ति :
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स्त्री० [सं० न० त०] [वि० अयुक्त] १. युक्ति का अभाव। कारण बतलाने या दलील देने में असमर्थता। २. एकरूपता का अभाव। ३. असंबद्धता। गड़बड़ी। ४. किसी काम में युक्त न होने की अवस्था या भाव। योग न देना। ५. वंशा बजाने के समय उसके छेदों पर उँगलियाँ रखना। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |