शब्द का अर्थ
|
अर्घा :
|
स्त्री० [सं० अर्घ+टाप्] ऐसे बीस मोतियों का लच्छा जिसकी तौल २॰ रत्ती हो। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
अर्घापचय :
|
पुं० [अर्घ-अपचय, ष० त०]=अर्घ-पतन। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
अर्घार्ह :
|
वि० [सं० अर्घ√अर्ह (पूजा)+अच्] अर्घ (आदर या सम्मान) का पात्र। श्रेष्ठ। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |