शब्द का अर्थ
|
असंध :
|
वि० [सं० अ+संधि] १. जिसमें संधि या जोड़ न हो। २. जो मिला हुआ न हो। ३. जिसके टुकड़े न हुए हों। उदाहरण—तरवारि तोज नारेण हनि, धर असंध दुहिन धरह।—चंदवरदाई। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
असंधना :
|
स० [हिं० असंध] अलग, जुदा या पृथक करना। उदाहरण—अनि पंखि बंधे चक्रवाक असंधे।—प्रिथीराज। अ० अलग या जुदा होना। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
असंधि :
|
वि० [सं० न० ब०] (व्याकरण में ऐसे शब्द) जिसमें परस्पर संधि न हुई हो। संधि-रहति। स्त्री० [न० त०] १. संधि का अभाव। २. संपर्क या संबंद का अभाव। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |