शब्द का अर्थ
|
असल :
|
वि० [अ० अस्ल] १. जो प्राकृतिक, वास्तविक या स्वाभाविक हो, कृत्रिम या बनावटी न हो। वास्तविक। जैसे—असल सोना। २. जैसा नियमित रूप से या सदा से होता आया हो, वैसा। ३. जिसमें बनावट या मिलावट न हो। जैसे—असल घी या तेल। ४. जिसकी उत्पत्ति, मूल आदि में संकरता न हो। जैसे—असल ब्राह्मण या वैश्य। पुं० १. जड़। बुनियाद। मूल। २. मूलधन, जिसपर सूद चढ़ता या लाभ मिलता हो। पुं० [देश०] एक प्रकार का लंबा झाड़। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
असलियत :
|
स्त्री० [अ० अस्लियत] १. ‘असल होने की अवस्था या भाव। वास्तविकता। २. उत्पत्ति या उद्गम अथवा उसका साधन। किसी बात की जड़ या मूल। ३. मूल तत्त्व। सार। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
असली :
|
वि० [अ० अस्ल] =असल। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
असलेऊ :
|
वि=असह्म।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
असलेखम :
|
पुं०=श्लेषमा। (कफ)।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
असलेखा (षा) :
|
स्त्री०=अशलेषा (नक्षत्र)। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |