शब्द का अर्थ
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असिद्ध :
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वि० [सं० न० त०] [भाव० असिद्धि] १. जो नियम, प्रमाण सिद्धांत आदि से ठीक या पूरा सिद्ध न होता हो। जैसे—शब्द का असिद्ध रूप। २. जिसने अभी तक सिद्धि प्राप्त न की हो। ३. (अन्न या फल) जो कभी आग पर न पका हो। कच्चा। ४. अपूर्ण। अधूरा। ५. व्यर्थ। पुं० एक प्रकार का बड़ा और ऊँचा वृक्ष जिसकी लकड़ी इमारत के काम में आती है। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
असिद्धि :
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स्त्री० [सं० न० त०] १. असिद्ध होने की अवस्था या भाव। अर्थात् कच्चापन। कचाई। २. अपूर्णता। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |