शब्द का अर्थ
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अस्ति :
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स्त्री० [सं०√अस् (सत्ता)+श्तिप्] [भाव० अस्तित्व] १. वर्त्तमान होने की अवस्था या भाव। विद्यमानता। सत्ता। २. कंस को ब्याही गई जरासंध की कन्या का नाम। मुहावरा—अस्ति अस्ति कहना=वाह वाह कहना। साधुवाद कहना। अस्ति-नास्ति- कहना=हाँ या नहीं कहकर निराकरण करना। |
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समानार्थी शब्द-
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अस्ति-काय :
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पुं० [सं० न० ब०] सत्व-विद्या संबंधी अर्थात् दार्शनिक धारणा जिसके पाँच प्रमुख अंग है-जीवास्तिकाय, धर्मास्तिकाय, अर्धास्तिकाय, पुद्गलास्तिकाय और आकाशास्तिकाय। (जैन०)। |
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अस्तित्व :
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पुं० [सं० अस्ति+त्व] १. समय या अवकाश में स्थित होने की अवस्था या स्थिति। २. होने का भाव। विद्यमानता। सत्ता। (एग्जिस्टेन्स) |
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अस्ति-नास्ति :
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पद स्त्री० [सं० क्रिया रूप अथवा तिङ्न्तप्रतिरूपक अव्यय] ऐसी स्थिति जिसमें यह निश्चय करना आवश्यक हो कि अमुक बात वास्तव में ठीक है या नहीं। ‘हाँ’ या ‘नहीं’ करना अथवा कहना। |
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अस्तिमंत :
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पुं०=अस्तिमान्। |
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अस्तिमान् (मत्) :
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वि० [सं० अस्ति+मतुप्] धनवान। मालदार। संपन्न। |
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अस्तिरूप :
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वि० =अहिक (या भाव-रूप)। |
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