शब्द का अर्थ
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आँचल :
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पुं० [सं० अञ्चल] १. मनुष्य (विशेषतः स्त्री) द्वारा पहने हुए वस्त्र (जैसे—धोती, साड़ी या दुपट्टा) का वह छोर या सिरा जो प्रायः छाती या वक्षस्थल पर पड़ता है। पल्ला। मुहावरा—(किसी के आगे) आँचल ओड़ना या पसारना=किसी के कुछ माँगने के लिए दीनतापूर्वक उसके आगे कपड़े का पल्ला फैलाना। आँचल देना=(क) स्त्री का बच्चे को दूध पिलाना। (ख) आँचल से हवा करना। (ग) किसी स्त्री को यों ही घर में पत्नी के रूप में रख लेना। (मुस०) (कोई बात) आंचल में बाँधना—अच्छी तरह और सदा के लिए याद रखना। जैसे—हमारी यह बात आँचल में बाँध रखो। आंचल लेना=(क) घर में आयी हुई बड़ी स्त्री का आँचल छूकर उसका सत्कार तथा स्वागत करना। स्त्रियाँ। (ख) स्त्रियों का आंचल से अपना वक्षस्थल ढकना। २. कपड़े का कोई छोर या सिरा। पद—आँचल पल्लू-धोती, साड़ी आदि पर टाँका हुआ ठप्पेदार, चौड़ा पट्टा। ३. कपड़े का छोटा टुकड़ा। उदाहरण—सोभित दूलह राम सीस पर आँचर हो।—तुलसी। ४. दे० ‘अंचल’। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
आंचलिक :
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वि० [सं० अंचल+ठक्-इक] १. अंचल संबंधी। अंचल का। २. किसी अंचल (प्रदेश या प्रांत)में होनेवाले या उसेस संबंध रखनेवाला। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
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