शब्द का अर्थ
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आडंबर :
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पुं० [सं० आ√डम्ब् (फेंकना)+अरन्] [वि० आडंबरी] १. एक प्रकार का ढोल या नगाड़ा। २. ढोल या नगाड़े से होनेवाला शब्द। ३. हाथी की चिघाड़। ४. शरीर में की जानेवाली मालिश। ५. खेमा। तंबू। ६. उच्च स्वर या घोर नाद। ७. बहुत अधिक या अनावश्यक रूप से बोलना अथवा निरर्थक बड़े-बड़े शब्दों का प्रयोग करना। ८. अपना वास्तविक रूप छिपाकर लोगों के लिए बनाया हुआ बाहरी कृत्रिम भव्य रूप। दिखावटी ठाट-बाठ। (आस्टेन्टेशन) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
आडंबरी (रिन्) :
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वि० [सं० आडम्बर+इनि] १. जिसमें आडंबर हो। आडंबर से युक्त। २. आडंबर करने या रचनेवाला। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |