शब्द का अर्थ
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ओध :
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पुं० [सं० ऊधस्] थन। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
ओधना :
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पुं० [सं० वेधन] वेधना। छेद करना। अ० वेधा जाना। छिदना। स० [सं० आवद्ध] १. किसी काम में लगना। उदाहरण—निज निज काज पाइ सिख ओधे।—तुलसी। २. कोई काम करने के लिए उतारू या तत्पर होना। जैसे—युद्ध ओधना। स० [सं० अवधि] अवधि नियत करना। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
ओधा :
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पुं० [सं० अवधान] १. अधिकारी। २. मालिक। स्वामी।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
ओध :
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पुं० [सं० ऊधस्] थन। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
ओधना :
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पुं० [सं० वेधन] वेधना। छेद करना। अ० वेधा जाना। छिदना। स० [सं० आवद्ध] १. किसी काम में लगना। उदाहरण—निज निज काज पाइ सिख ओधे।—तुलसी। २. कोई काम करने के लिए उतारू या तत्पर होना। जैसे—युद्ध ओधना। स० [सं० अवधि] अवधि नियत करना। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
ओधा :
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पुं० [सं० अवधान] १. अधिकारी। २. मालिक। स्वामी।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
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