शब्द का अर्थ
|
किर्म :
|
पुं० [फा० मि० सं० कृमि] कीड़ा। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
किर्मीर :
|
पुं० [सं०√कृ+ईरन्, मुट् (नि०)] १. एक राक्षस जिसे भीमसेन ने मारा था। २. चितकबरा रंग। ३. नारंगी का वृक्ष। वि० चितकबरा। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
किर्मीर-जित् :
|
पुं० [सं० किर्मीर√जि (जीतना)+क्विप्] भीमसेन। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
किर्मीर-निसूदन :
|
पुं० दे० ‘किर्मीरजित्’। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
किर्मीर-सूदन :
|
पुं० दे० ‘किर्मीरजित्’। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |