शब्द का अर्थ
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कीड़ा :
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पुं० [सं० कीट, प्रा० कीड़] [स्त्री० कीड़ी] १. ऐसे छोटे-छोटे जन्तु जो जमीन पर रेगते और पंख होने पर आकाश में उड़ते हैं। ये प्रायः वनस्पतियों, कपड़ों आदि को खा जाते हैं। मुहावरा—(किसी चीज में) कीड़े पड़ना=किसी पदार्थ अथवा शरीर के किसी अंग का सड़-गल कर इतनी बुरी दशा में होना कि उसमें कीड़े उत्पन्न होने लगे। २. साँप। ३. लाक्षणिक अर्थ में किसी वस्तु का बिलकुल आरंभिक और बहुत छोटा रूप। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
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