शब्द का अर्थ
|
गुंफन :
|
पुं० [सं०√गुंफ्+ल्युट्-अन] [वि० गुंफित] १. डोरे, तागे आदि के रूप में होनेवाली चीजों को आपस में इस प्रकार उलझाना या फँसाना कि उनका रूप सुंदर हो जाय। गुँथना। २. डोरे आदि में पिरोना। जैसे–माला गुंफन। ३. भरने का काम। भराई। जैसे–शब्दों का गुंफन। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
गुंफना :
|
स्त्री० [सं०√गुंफ्+युच्–अन, टाप्] १. गुंफन या उसके फलस्वरूप प्राप्त होनेवाला रूप। २. शब्दों आदि की मधुर और सुन्दर योजना। स०=गूथना।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |