शब्द का अर्थ
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गोष्ठ :
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पुं० [सं० गो√Öस्था (ठहरना)+क] १.गौओं के रहने का स्थान। गोशाला। २. [गोष्ठी+अच्] एक ही प्रकार के पशुओं के रहने का स्थान। जैसे–अश्व-गोष्ठ। ३. एक प्रकार का प्राचीन श्राद्ध जो बहुत से लोग मिलकर करते थे। ४. परामर्श, सलाह, मशविरा। ५. दल। मंडली। |
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समानार्थी शब्द-
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गोष्ठ-शाला :
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स्त्री० [ष० त०] वह स्थान जहाँ लोग मिलकर परामर्श आदि करते हों। सभा का भवन या स्थल। |
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गोष्ठागार :
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पुं० [गोष्ठ-आगार, ष० त०]=गोष्ठ-शाला। |
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गोष्ठी :
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स्त्री० [सं० गोष्ठ+ङीष्] १. छोटा गोष्ठ। २. परिचितों की मंडली या समुदाय। ३. औपचारिक रूप से होनेवाली ऐसी बैठक जिसमें किसी विषय पर विचार-विमर्श करने के लिए मित्र-मंडली के सदस्य भाग लेते हैं। जैसे–उद्यान गोष्ठी, सान्ध्य गोष्ठी। ४. इस प्रकार होनेवाला विचार-विमर्श। ५. एक प्रकार का एकांकी नाटक जिसमें ५ या ७ स्त्रियाँ और ९ या १॰. पुरुष हों। |
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