शब्द का अर्थ
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					चवर-ढार					 :
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					पुं० [हिं० चँवर+ढारना] चँवर डुलानेवाला सेवक।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					चवर					 :
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					पुं०=चँवर।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					चवरा					 :
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					पुं० [सं० चवल] लोबिया। पुं०=चौरा।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					चवर्ग					 :
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					पुं० [ष० त०] [वि० चवर्गीय] नागरी वर्णमाला के च से ञ तक के अक्षरों का समूह।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 |