शब्द का अर्थ
			 | 
		
					
				| 
					चुमकार					 :
				 | 
				
					स्त्री० [हिं० चूमना+कार] १. चुपकारने की क्रिया या भाव। पुचकार। २. किसी को चूमने के समय मुँह से निकलनेवाला चुम शब्द।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					चुमकारना					 :
				 | 
				
					स० [हिं० चुमकार] किसी को अनुरक्त, आकृष्ट या शांत करने केलिए चूमने का सा चुम चुम शब्द मुँह से निकालते हुए उससे दुलार या प्रेम करना। पुचकारना। जैसे–घोड़े या बच्चे को चुमकारना।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					चुमकारी					 :
				 | 
				
					स्त्री०=चुमकार।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 |