शब्द का अर्थ
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					चोरी					 :
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					स्त्री० [हिं० चोर] १. चुराने या चोरी करने की क्रिया या भाव। २. दूसरों से कोई बात चुराने या छिपाने की क्रिया या भाव जैसे–खुदा की गर नहीं चोरी की तो फिर बन्दे की क्या चोरी।√				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					चोरी-चोरी					 :
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					क्रि० वि० [हिं० चोरी] १. धीरे-धीरे। २. चुपके-चुपके। ३. बिना किसी को कहे या बतलाये हुए। जैसे–(क) उन्होंने चोरी-चोरी विवाह कर लिया। (ख) आप चोरी-चोरी चले गये, मुझसे मिले तक नहीं।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 |