शब्द का अर्थ
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छाना :
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स० [सं० छादनकृ० पा० छाद] १. छाया के लिए किसी स्थान पर कोई आवरण डालकर या कोई रचना खड़ी कर उसे ढकना। जैसे–छाजन छाना। २. छाया करने के लिए किसी स्थान से कुछ ऊपर कोई वस्त्र तानना या फैलाना। ३. आवास के प्रसंग में, निर्मित करना। जैसे–घर या झोपड़ी छाना। अ० १. किसी चीज या बात का इस प्रकार चारों ओर फैल जाना कि अपने क्षेत्र में हर जगह दिखाई दे। जैसे–अंधकार छाना, बादल छाना, रोव छाना। २. डेरा डाल कर या जमकर कहीं रहना। उदाहरण–जोगिया जी छाइ रह्या परदेश।–मीराँ। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
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