शब्द का अर्थ
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जूठा :
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वि० [सं० जुष्ठ, प्रा० जुट्ठ] १. (खाद्य पदार्थ) जो किसी के खाने-पीने के बाद बच रहा हो। उच्छिष्ट। २. (खाद्य पदार्थ) जिसे किसी ने मुँह लगाकर या उसमें का कुछ अंश खा-पीकर अपवि या अशुद्ध कर दिया हो। जैसे–कुत्ते या बिल्ली का जूठा भोजन। ३. (पात्र या साधन) जिसके द्वारा अथवा जिसमें कुछ खाया पीया गया हो। जैसे–जूठा बरतन, जूठा हाथ। ४. (कथन या विषय) जिसका किसी ने पहले उपभोग, प्रयोग या व्यवहार कर लिया हो और इसलिए जिसमें कोई चमत्कार या नवलता न रह गई हो। जैसे–दूसरों की जूठी उक्ति। पुं०=जूठन। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
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