शब्द का अर्थ
|
टपका-टपकी :
|
स्त्री० [हिं० टपकना] १. बार-बार या रह-रहकर कभी इधर-और कभी उधर कुछ टपकने की क्रिया या भाव। जैसे–आम या जामुन की टपका-टपकी। २. रह-रहकर होनेवाली बूँदा-बाँदी या हलकी वर्षा। ३. लाक्षणिक रूप में महामारी आदि के प्रकोप से होनेवाली छूटपुट मौंते। क्रि० प्र०–लगना। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
|