शब्द का अर्थ
			 | 
		
					
				| 
					डंका					 :
				 | 
				
					पुं० [टंक या ढक्का=दुंदुभि का शब्द] १. बड़ी नाद के आकार का धातु, मिट्टी आदि का बना हुआ एक प्रसिद्ध बाजा जिसके मुँह पर चमड़ा मढ़ा होता है। दमामा। मुहावरा–(कोई बात) डंके की चोट कहना=खुल्लमखुल्ला, दृढतापूर्वक और सबको सुनाकर कहना। (किसी बात का) डंका पीटना=चारों ओर सबसे खुलेआम कहते फिरना। डंका देना=डंका बजाकर सैनिकों को सावधान होने या कूच करने की सूचना देना। (कहीं किसी का) डंका बजाना=एकाधिपत्य या पूर्ण अधिकार होने की सबको सूचना मिलना। डंका बजाना=एकत्र होने के लिए डंका देना। २. मुरगों में होनेवाली लड़ाई। मुहावरा–डंका डालना=मुरगों को आपस में लड़ाना। पुं० [अ० डाँक] समुद्र के किनारे जहाजों के ठहरने का पक्का घाट।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					डंका-निशान					 :
				 | 
				
					पुं० [हिं० डंका+निशान=झंडा] राजाओं की सवारी के आगे बजानेवाला डंका और उसके साथ चलनेवाला झंडा।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 |