शब्द का अर्थ
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ढेर :
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पुं० [हिं० धरना] [स्त्री० अल्पा० ढेरी] एक स्थान पर विशेषतः एक दूसरी पर रखी हुई बहुत सी वस्तुओं का ऊंचा समूह। विशेष–ढेर करना=किसी को मारकर इस प्रकार गिरा देना कि वह निर्जीव पदार्थ का ढेर या राशि जान पड़े अथवा हो जाय। पद–ढेर-सा=मान, मात्रा, आदि में अधिक या बहुत। जैसे–ढेर-सा, रुपया। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
ढेरना :
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पुं० [देश०] सूत या रस्सी बटने की फिरकी।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
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ढेरा :
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पुं० [देश०] १. सुतली बटने की फिरकी जो परस्पर काटती हुई दो आड़ी लकड़ियों के बीच में एक बड़ा डंडा जड़कर बनाई जाती है। २. लकडी का वह घेरा जो मोट के मुँह पर लगा होता है। ३. चकई नाम का खिलौना। ४. अंकोल वृक्ष। पुं०=ढेला।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) पुं० [?] सिहोर नामक वृक्ष। उदाहरण–हैसि मकोई औ डेरा।–नर मुहम्मद। |
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ढेरा ढोंक :
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स्त्री० [देश०] एक तरह की मछली। |
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ढेरी :
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स्त्री० [हिं० ढेर] छोटा ढेर। जैसे–आमों की ढेरी। |
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