शब्द का अर्थ
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पीठ-सर्प :
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वि० [सं० पीठ√सृप् (गति)+अच्] लंगड़ा। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पीठ-सर्पी (र्पिन्) :
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वि० [सं० पीठ√सृप्+णिनि] लंगड़ा। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पीठ-सर्प :
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वि० [सं० पीठ√सृप् (गति)+अच्] लंगड़ा। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पीठ-सर्पी (र्पिन्) :
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वि० [सं० पीठ√सृप्+णिनि] लंगड़ा। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |