शब्द का अर्थ
|
पुस्तपाल :
|
पुं० [सं० पुस्त√पालु (रक्षा)+णिच्+अच्] १. प्राचीन भारत में वह अधिकारी जो किसी राजकीय कार्यालय के कागज-पत्र संभालकर रखता था। २. आज-कल किसी पुस्तकालय का प्रधान अधिकारी। (लाइब्रेरियन) |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पुस्तपाल :
|
पुं० [सं० पुस्त√पालु (रक्षा)+णिच्+अच्] १. प्राचीन भारत में वह अधिकारी जो किसी राजकीय कार्यालय के कागज-पत्र संभालकर रखता था। २. आज-कल किसी पुस्तकालय का प्रधान अधिकारी। (लाइब्रेरियन) |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |