शब्द का अर्थ खोजें

शब्द का अर्थ

प्रभास  : वि० [सं० प्र√भास+अच; प्र√भास्+घञ्] १. जिसमें बहुत अधिक या यथेष्ट प्रभा हो। प्रभापूर्ण। २. बहुत चमकीला। पुं० १. ज्योति। २. दीप्ति। चमक। ३. एक वसु का नाम। ४. कार्तिकेय का एक अनुचर। ५. आठवें मंवंतर के एक देव-गण। ६. एक प्राचीन तीर्थ जिसे सोमतीर्थ भी कहते थे। ७. एक जैन गणाधिप।
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
प्रभासन  : पुं० [सं० प्र√भास्+ल्युट्—अन] [भू० कृ० प्रभासित] १. प्रभास या दीप्ति उत्पन्न करना। २. दीप्ति। ज्योति।
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
प्रभासना  : अ० [सं० प्रभासन] १. प्रकाशित होना। चमकना। २. भासित होना। कुछ कुछ दिखाई पड़ना। आभास होना। सं० १. प्रकाशित करना। २. चमकाना।
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
 
लौटें            मुख पृष्ठ