शब्द का अर्थ
|
बसंत :
|
पुं० [सं० वसंत] [वि० बसंती] वसंत ऋतु। पद—उल्लूबसंत= निरा या बहुत बड़ा मूर्ख। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
बसंत-विहार :
|
पुं० [सं० बसन्त+हिं० बहार] एक प्रकार का संकर राग जो बसंत और बहार के योग से बनता है। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
बसंत-मुखारी :
|
पुं० [सं० बसंत+मुखी] संगीत में एक प्रकार का राग। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
बसंतर :
|
पुं०=बसंदर (अग्नि)। (यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
बसंता :
|
पुं० [सं० बसन्त] भूरे रंग की एक प्रकार की चिड़िया। पुं० [सं० वास] कहीं बसने या रहनेवाला। निवासी। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
बसंती :
|
वि० [हिं० बसंत] १. वसंत ऋतु संबंधी। २. बसंत ऋतु में होनेवाला। ३. सरसों के फूल का तरह का। पीला। जैसे—बसंती सेहरा। पुं० १. सरसों के फूल की तरह का चमकदार और खुलता पीला रंग। (क्रीम) २. पीला केवड़ा। स्त्री० एक प्रकार की चेचक यामाता। (रोर)। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |