शब्द का अर्थ
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भाप :
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स्त्री० [सं० वाष्प; पा वष्प] १. किसी तरल पदार्थ विशेषतः जल का वह अदृश्य वाष्पीय रूप जो उसे खौलाने पर प्राप्त होता है तथा जिसका आज-कल शक्ति के प्रमुख साधन के रूप में उपयोग होता है। (स्टीम) क्रि० प्र०—उठना।—निकलना। २. मुँह से निकलनेवाली हवा। मुहा०—भाप भरना=पक्षियों का अपने छोटे बच्चों के मुँह में मुँह मिला कर उनमें अपने साँस की हवा फूँकना जिससे वे सशक्त होते हैं। भाप लेना=भाप के द्वारा शरीर अथवा उसके किसी अंग को सेंकना। ३. भौतिक शास्त्र में, धन या द्रव पदार्थ की वह अवस्था जो उनके बहुत तपकर वायु में विलीन होते समय अथवा कुछ विशिष्ट रासायनिक प्रक्रियाओं के द्वारा होता है। (वेपर) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
भापना :
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स० [हिं० भाप] भाप भरना (भाप के अन्तर्गत मुहा०)। अ०=भाँपना।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |