शब्द का अर्थ
|
भारती :
|
स्त्री० [सं०√भृ (भरण करना)+अतच्+अण्+ङीष्] १. वचन। वाणी। २. सरस्वती। ३. साहित्य में एक प्रकार की वृत्ति (पुरुषार्थसाधक व्यापार) जिसका प्रयोग मुख्यतः रौद्र तथा वीभत्स रस में होता था परन्तु आज-कल इसका संबंध पाठ्य अभिनय और रसाभिनय से जोड़ा गया है। ४. एक प्राचीन नदी का नाम। ५. एक प्राचीन तीर्थ। ६. दश-नामी संन्यासियों का एक भेद या वर्ग। जैसे—स्वामी परमानन्द भारती। ७. ब्राह्मी नाम की बूटी। ८. एक प्रकार का पक्षी। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
भारतीय :
|
वि० [सं० भारत+छ—ईय] १. भारत देश में उत्पन्न होनेवाला अथवा उससे संबंध रखनेवाला। जैसे—भारतीय पूँजी, भारतीय विचारधारा, भारतीय व्यापार। २. (व्यक्ति) जो भारत में बसी हुई अथवा रहनेवाली किसी जाति का हो। जैसे—भारतीय मुसलमान या भारतीय मसीही। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
भारतीयकरण :
|
पुं० [सं०] किसी विदेशी ज्ञान, पदार्थ, विद्या आदि को ग्रहण करके उसे आत्मसात् करते हुए भारतीय रूप देने की क्रिया या भाव। (इन्डियनाइज़ेशन) |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
भारतीय वृत्त :
|
पुं० [सं० कर्म० स०]=भारत-विद्या। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |